नई दिल्ली, 15 नवंबर :  देश की सुरक्षा में लगे सीआरपीएफ के तीन जवानों पर 12 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म करने का आरोप में हिरासत में लिया गया है। पीडि़त लड़की मानसिक रूप से विक्षिप्त है जो न तो सुन सकती है और न हीं बोल सकती है। वह 12 नवंबर को एक बच्चे को जन्म दिया है। आंध्रप्रदेश के वारंगल जिले के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि सीआरपीएफ के तीन सिपाहियों को भीमराम के पास सीआरपीएफ कैंप के पास दिमागी तौर पर कमजोर बच्चों के लिए बने साई विकास होम नामक हॉस्टल व स्कूल के पास अक्सर देखा गया था। उन्होंने बताया कि तीनों जवानों से पूछताछ की जा रही है। विकलांग कल्याण विभाग के अधिकारियों ने आशंका जतायी है कि साई विकास होम में रहने वाली अन्य तीन लड़कियों को भी इसका शिकार बनाया गया होगा। लड़की से बलात्कार का सिलसिला कई महीनों से चलने की आशंका जाहिर की जा रही है। इसका पता तब चला जब लड़की ने पेट में दर्द होने की शिकायत की और उसे अस्पताल में लाया गया। एसपी श्री कुमार ने बताया कि इस मामले में शक के केंद्र में सीआरपीएफ के सिपाहियों को रखा गया है। पितृत्व परीक्षण के लिए मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। हॉस्टल वार्डन एस. सत्यम्मा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है।