Saturday, 26 November 2011

cricket

एक ऐसी बेहतरीन पारी, जिसे देख भौंचक्का रह गया क्रिकेट जगत

 

मुंबई। भारत-वेस्टइंडीज के बीच खेले गए मुंबई टेस्ट के चौथे दिन आर. अश्विन ने अपना जो रूप क्रिकेट जगत को दिखाया, वो काबिलेतारीफ है। पहले तो बल्लेबाजों की मददगार पिच पर अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में पांच विकेट झटककर अपना हुनर दिखाया। इसके बाद उन्होंने जिस तरह शानदार बल्लेबाजी करते हुए करियर का पहला शतक ठोका, वो किसी सुनहरे पल से कम नहीं था।

ऐसा कारनामा कर उन्होंने पॉली उमरीगर की याद दिला दी। उमरीगर ने 49 साल पहले ऐसा ही कारनामा किया था। 4 अप्रैल, 1962 को पोर्ट ऑफ स्पेन में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ ही पहले पांच विकेट लिए, फिर नाबाद 172 रन ठोके।

अश्विन ने चौथे दिन जिस अंदाज में अपनी बल्लेबाजी शैली दिखाई, उससे यह कहीं नहीं लग रहा था कि वे पुछल्ले बल्लेबाज हैं। उन्होंने काफी बेहतर शॉट्स सलेक्शन किया, बिलकुल एक मंजे हुए बल्लेबाज की तरह। उनकी इस शैली से यह तो जाहिर हो गया कि उनके अंदर बल्लेबाजी का भी अच्छा क्लास है। उनकी बल्लेबाजी तकनीक काफी बेहतरीन दिखी।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी शैली को देखकर यह कहा कि अश्विन जिस तकनीक के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे, वैसी तकनीक तो कई भारतीय बल्लेबाजों के पास नहीं है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि यह टीम इंडिया के लिए अच्छा संकेत है। यदि इसपर ध्यान दिया गया, तो टीम इंडिया को एक अच्छा ऑलराउंडर मिल गया।

आर. अश्विन, सुनील गावस्कर ही नहीं, रवि शास्त्री जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को भी अपनी बल्लेबाजी से आकर्षित करने में कामयाब रहे। कमेंटरी करते हुए शास्त्री भी उनकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे थे। उल्लेखनीय है कि अश्विन ने मैच के चौथे दिन ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए महज 118 गेंदों में 103 रन बनाए।

आपकी राय
अश्विन के शतक कोई तुक्का नहीं था। उनकी बल्लेबाजी में एक क्लास था, बिलकुल एक मंजे हुए बल्लेबाज की तरह। क्या आप भी यह मानते हैं कि अश्विन के रूप में हमें एक अच्छा खिलाड़ी मिल गया है? अपनी राय शेयर करें।

Tag : www.tehlkapunjabtv.in

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