ढाई साल के इश्क में 'विलेन' बन गया 10 हजार रु.!
भोपाल।महिला थाने के परामर्श केंद्र में पहुंचे एक मामले में एक युवती ने अपने प्रेमी से महज दस हजार रुपए लेकर उसे अपने प्रेम के बंधन से मुक्त कर दिया। इसके लिए बाकायदा स्टाम्प पेपर पर समझौता भी हुआ। इस मामले में युवक-युवती पिछले ढाई साल से लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रहे थे।
इतवारा निवासी सानिया खान (बदला हुआ नाम) ने महिला थाने में शिकायत की थी कि वे पिछले ढाई साल से अतीक अहमद (बदला हुआ नाम) के साथ अशोका गार्डन में मकान लेकर लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रही थी। जब वो गर्भवती हुई तो अतीक उससे दूर-दूर रहने लगा। साथ ही वो अबॉर्शन कराने के लिए दबाव बनाने लगा। उसने काउंसलर मुहिब अहमद को बताया कि वो ब्यूटी पार्लर चलाती है।
आत्मनिर्भर होने के कारण वो अपने बच्चे की परवरिश कर सकती है। लेकिन प्रेमी की इस हरकत को नजरअंदाज नहीं कर सकती और उसके खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहती है। अतीक के माफी मांगने के बाद सानिया ने उसे माफ कर दिया, लेकिन एक शर्त रखी कि जब अतीक उसे दस हजार रुपए देगा, तभी वो उसे आजाद करेगी।
सानिया ने मात्र दस हजार लेकर समझौता कर लिया। काउंसलर और थाना प्रभारी सोनाली ने सानिया को भरण-पोषण दिलाने की प्रक्रिया भी बताई, लेकिन उसने मना कर दिया। मुहिब अहमद का कहना है कि सानिया ने मात्र दस हजार में रिश्ता क्यों तोड़ा, यह बात समझ से परे है।
यह हुआ समझौता
दोनों एक दूसरे के मामले में दखल नहीं देंगे। >अतीक, कभी भी सानिया को बदनाम करने की कोशिश नहीं करेगा। >बच्चा हुआ तो अतीक उस पर हक नहीं जताएगा। >सानिया बच्चे को मोहरा बनाकर अतीक के जीवन में जहर नहीं घोलेगी।
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