Thursday, 15 December 2011

Dangers


बच्चों और पति के सामने औरतों का करवाता था बलात्कार, फिर मचाता था कत्लेआम

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न्यूज डेस्क. 16 दिसंबर का दिन विश्व इतिहास में एक खास अहमियत रखता है। 50 साल पहले इसी दिन बांग्लादेश को आजादी मिली थी। भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान में मचे पश्चिमी पाक सेना के आतंक को खत्म कर बांग्लादेश की नींव रखी थी। इस युद्ध के पीछे जो सबसे बड़ा कारण था वो था पाकिस्तान का जनरल टिक्का खान।

टिक्का खान पाकिस्तान का सबसे पहला चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ था। अपने क्रूर रवैये के कारण टिक्का को बंगाल का कसाई नाम से भी जाना गया। 11 अप्रैल 1971 को टिक्का खान पाकिस्तान के गवर्नर जनरल नियुक्त किए गए थे। पाक मिलिट्री को भरोसा था कि टिक्का अपने दबंग अंदाज से पूर्वी पाकिस्तान में चल रहे बंगालियों के नेशनलिस्ट मूवमेंट को खत्म कर देंगे।
25 मार्च 1971 को टिक्का खान ने अपने एक आदेश पर हजारों बंगालियों को मौत की नींद सुला दिया। उस समय के एक कठोर आर्मी प्रमुख जनरल नियाजी ने भी कड़े शब्दों में टिक्का की आलोचना की थी। नियाजी ने कहा था, "जनरल टिक्का ने तो जैसे सबको मारने की ठान ली है। पूर्वी पाकिस्तान में हुई सैन्य कार्रवाई इतनी बर्बर थी कि उसके आगे बखुरा और बगदाद में चंगेज खान और हलाकू खान द्वारा किया हत्याकांड भी छोटा पड़ जाए। भारत में अंग्रेजों द्वारा किया जलियांवाला हत्याकांड भी इस क्रूरता के आगे कम दिख रहा है।"
1971 के उस हत्याकांड को विदेशी न्यूज चैनलों ने दिखाया था। वीडियो में देखिए एबीसी न्यूज चैनल की बांग्लादेश में हुए हत्याकांड की खास रिपोर्ट।

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