अवैध शराब पर आयोग की टेढ़ी नजर
चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए अब तक होता रहा शराब का खुलकर प्रयोग चुनाव आयोग को चुभ रहा है। आयोग इसके लिए रूपरेखा तैयार करने में जुट गया है। बूथ स्तर पर शरारती तत्वों की लिस्ट बनाने की योजना है। चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर राज्य में केंद्रीय पुलिस बल को भी लगाया जाएगा। पंजाब की मुख्य चुनाव अधिकारी कुसुमजीत सिद्धू ने बुधवार को कहा कि राज्य में सभी जिलों के डीसी को कहा है कि चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद वे कानून व्यवस्था का जायजा लें और लाइसेंसी हथियार वाले व्यक्ति से हथियार जमा करवाएं ताकि चुनाव में कोई गड़बड़ी न हो सके। अवैध शराब की बिक्री रोकने पर जोर देते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि अवैध शराब बनाने वाली फैक्टि्रयों को बंद करवाने के लिए विशेष मुहिम शुरू की जाएगी और बरामद शराब संबंधी सूचना संबंधित जिला चुनाव अधिकारी और रिटर्निग अफसर को दी जाएगी। कुसुमजीत सिद्धू ने बताया कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेवार मशीनरी की सहायता के लिए केन्द्रीय पुलिस बल को बुलाया जाएगा ताकि चुनाव के दौरान या चुनाव के बाद किसी भी किस्म की हिंसा न हो। मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि ऐसे सभी व्यक्तियों की थाना स्तर पर सूचियां बनाई जाएंगी जो पिछले दो चुनाव के दौरान बूथ पर कब्जा करने के किसी भी प्रयास में शामिल रहे हों। उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव दौरान किसी भी किस्म के चुनाव नियम उल्लंघन के लिए नामजद व्यक्तियों को लेकर हर संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों में थाना स्तर पर विशेष जांच मुहिम चलाई जाएगी।
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