Friday, 30 December 2011

Masjid me hindu murti

मस्जिद के मलबे में मिली हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां

 
होशियारपुर. शिमला पहाड़ी इलाके में वीरवार को एक निर्माणाधीन मस्जिद में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां मिलने से शहर में हालात तनावपूर्ण हो गए। इमारत के पिछली तरफ फेंके गए मलबे में पड़ा एक खंडित मूर्ति का सिर मिला और भीतर से कथित तौर पर एक प्राचीन गणपति की मूर्ति मिली।

हिंदू संगठनों में यूथ सिटजन कौंसिल के प्रधान रमन घई, शिव सेना के रंजीत राणा, शिवरात्रि उत्सव कमेटी के प्रधान हरीश खोसला, भारतीय महावीर दल के गोपाल कृष्ण आनंद के अलावा पंकज शर्मा, गौरव वालिया, विकास सैनी, चैतन सूद, अश्वनी छोटा, यशु सूद, शशि डोगरा के अलावा भारी संख्या में हिंदू समाज के लोगों ने शिमला पहाड़ी चौक पर हिंदू धर्म से संबंधित मूर्तियों के खंडित होने कारण अपना रोष व्यक्त किया।

उन्होंने निर्माणाधीन इमारत के बाहर मंदिर बनाए जाने की घोषणा करते हुए ध्वज स्थापित कर दिया और बाईं दीवार के पास गणपति जी की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू कर दी। यूथ सिटजन कौंसिल के प्रधान रमन घई द्वारा उक्त मामले संबंधी थाना सिटी पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई गई। जिसके बाद थाना सिटी पुलिस के प्रभारी रूपिंदर सिंह ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हैं। इमारत का निर्माण वक्फ बोर्ड कर रहा था।

यह खबर जंगल की आग की तरह फैली और देखते ही देखते विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी और लोग वहां जुटने लगे। घटना के बाद पुलिस ने जालंधर रोड स्थित जामा मस्जिद पर भी पुलिस फोर्स तैनात कर दी ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। स्थिति तनावपूर्ण होती देख थाना सिटी की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

कुछ देर बाद एसडीएम विनय बुबलानी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए। इस दौरान वहां जुटे हिंदू संगठनों के नेताओं ने वहां श्री हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। वहां जुटे संगठनों का दावा था कि उक्त स्थल पर पहले मंदिर था।

उनका आरोप था कि मंदिर की बात छिपाने के लिए इसे भारी-भरकम गेट लगा कर आगे से बंद कर रखा था। दूसरी ओर पीछे से सरकारी ट्यूबवेल के ऊपर तक बनाई गई इमारत में छोड़ी गई तीन-चार फुट जगह से मलबा पिछली तरफ गिराया जा रहा था ताकि मूर्तियों को ठिकाने लगाया जा सके।

इस बीच एसपी राजेश्वर सिंह सिद्धू मौके पर पहुंचे और हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों से बात की। माहौल को बिगड़ता देख एसएसपी ने वक्फ बोर्ड के एस्टेट अफसर को मस्जिद के निर्माण को रोकने के लिए नोटिस जारी कर दिया और इलाका निवासियों व आसपास के लोगों की सहमति के बिना वहां कुछ भी बनाए जाने पर रोक लगा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। जवाब में एस्टेट अफसर ने लिख कर दे दिया कि निर्माण तुरंत बंद कर दिया गया है।

एसएसपी की मौजूदगी में धार्मिक संगठनों में बातचीत

बाद में इस मसले पर वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधियों इमाम, बोर्ड के एस्टेट अफसर और इंतजामिया कमेटी के प्रतिनिधियों व हिंदू संगठनों के नेताओं के बीच एसपी राजेश्वर सिद्धू की मौजूदगी में बातचीत हुई। इस दौरान भी इसी बात पर सहमति बनी कि इलाका निवासियों, धार्मिक व सामाजिक संगठनों व भाईचारे की सहमति से जो भी फैसला हो उसी के अनुसार यहां निर्माण कराया जाए।

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