Sunday, 15 January 2012

सेक्स रैकेट का खुलासा: हाई प्रोफाइल लोगों पर गिर सकती है गाज


गुड़गांव .साइबर सिटी के पाश इलाके डीएफएफ फेज-दो स्थित गेस्ट हाउस में चार भारतीय लड़कियों के साथ सेक्स रैकेट में पकड़ी गई रशियन कॉल गर्ल को पुलिस ने शनिवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। जहां से पांचों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब सेक्स रैकेट के मास्टर माइंड और गेस्ट हाउस संचालक की तलाश कर रही है।
बताते चलें कि डीएलएफ फेज-दो पुलिस को सूचना मिली की डीएलएफ फेज-दो के एन ब्लाक में स्थित फ्लैट नंबर 3/17 में बसंत रेजीडेंसी के नाम से संचालित गेस्ट हाउस सेक्स रैकेट चल रहा है।वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाने के बाद डीएलएफ फेज-दो थाने के दो पुलिसकर्मी सादी वर्दी में ग्राहक बनकर पहुंचे।
एक ने एक इंडियन और एक विदेशी लड़की की मांग की तो दूसरे ने दो इंडियन लड़की की मांग की। इंडियन के लिए सात हजार रुपए और विदेशी के लिए नौ हजार रुपए तय हुए। कमरे के लिए दो हजार रुपए की अतिरिक्त मांग की गई। दलाल ने दोनों ग्राहकों का नंबर नोट किया। इस बीच लड़कियां भी एक टैक्सी से गेस्ट हाउस पहुंच गईं। ग्राहक बने पुलिसकर्मियों का सिग्नल मिलते ही एसीपी कृष्ण कुमारी की टीम ने छापा मारा। छापेमारी में एक रशियन लड़की के साथ चार भारतीय लड़कियां पुलिस के हत्थे चढ़ गईं।
रात में मेडिकल कराए जाने के बाद पुलिस ने शनिवार की सुबह उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के बाद पेश किया। अदालत ने पांचों को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। यह रशियन लड़की स्टूडेंट वीजा पर मास्को से भारत आई है। उसके साथ एक लड़की मध्यप्रदेश, एक दिल्ली, एक सिक्किम और एक अरुणाचल प्रदेश की लड़की है। यह लोग एक पीजी में रहती थीं।
इंटरनेट पर भी दिया था विज्ञापन
डीएलएफ फेज -दो थाना इंचार्ज कैलाश चंद्र के मुताबिक इस रैकेट का संचालन करने वाला मास्टर माइंड आर्यन है। आर्यन की गेस्ट हाउस के मालिक भूपेंद्र से अच्छी पटती थी। लड़कियों का इंतजाम आर्यन ही करता था। गेस्ट हाउस से फोन जाते ही जरूरत के मुताबिक लड़कियां उपलब्ध करा देता था।
विदेशी लड़कियों के लिए नौ से तीस हजार रुपए और भारतीय लड़की के लिए सात से बीस हजार रुपए वसूले जाते थे। कुछ मामलों में घंटे के हिसाब से भी दर तय की जाती थी। आर्यन ने इंटरनेट और समाचार पत्रों में बाकायदा विज्ञापन भी दे रखा था। यह भी पुलिस की नजर में था।
पहले भी पकड़ा गया मामला

राजेंद्र पार्क इलाके में अगस्त 2011 में भी पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था। एक एनजीओ की शिकायत पर हुई कार्रवाई में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हुए थे। एक दंपती के कब्जे से तीन लड़कियों को मुक्त कराया गया था।

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