Tuesday, 29 November 2011

Tantrik

जमीन में गड़े खजाने के लालच में हैवान बन गया था तांत्रिक!

 
मुरैना/ग्वालियर।कैलारस की अनाथ रानी नामदेव हत्याकांड में सोमवार को नया मोड़ आ गया है। रानी की हत्या करके उसे जलाया नहीं गया था, बल्कि उसकी तांत्रिक क्रियाओं के लिए बलि दी गई थी। यह बलि उसके तांत्रिक ताऊ ने जमीन में गड़े धन के लिए दी थी। पुलिस ने छापा मारकर के घर में दफन रानी का शव बरामद कर लिया है।
 
ज्ञात हो कि अब तक पुलिस 23 नवंबर को बानमोर में अधजली लाश रानी की मानकर चल रही थी। फिलहाल इस खुलासे के बाद पुलिस की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। अब पुलिस इस जांच में जुटी हुई है कि बानमोर में मिली अधजली लाश किस युवती की है।
 रानी हत्याकांड का सोमवार के दिन खुलासा हो गया। मामले में सामने आया कि बानमोर में मिला शव रानी का नहीं था, बल्कि रानी की बली देने के बाद उसके शव को ताऊ आनंद नामदेव ने अपने ही घर में दबा दिया था। यह खुलासा तब ताऊ आनंद नामदेव और उसके परिवार को गिरफ्त में लेने के बाद पुलिस ने किया। पूछताछ में आनंद नामदेव ने पुलिस को बताया कि वह खुद तांत्रिक है और देवी का भक्त है।
 आनंद के मुताबिक वो धन प्राप्ति करना चाहता था और इस क्रिया में एक किशोरी की बली आवश्यक होती है। उसने 16 नवंबर शाम को पूरे विधि विधान से रानी को बेहोश कर उसकी बली दी थी। इसके बाद उसे घर में बने मंदिर के बगल में ही दफना दिया।

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